मेरी जुबां पे नए जायकों के फल लिख दे ..
ऐ मेरे खुदा तू मेरे नाम इक ग़ज़ल लिख दे..!!!
वो चाहता है यह दुनिया, मैं चाहता हूँ उसे ..
यह मसला बड़ा ही नाज़ुक़ है , कोई हल लिख दे ...!!!
मैं एक लम्हे में दुनियां समेट सकता हूँ ...
वो जब मिलेगा तन्हाई में , बस इक पल लिख दे..!!!
.....डा. बशीर् बद्र ....🌹🌹
*चलकर देखा है अक्सर, मैंने अपनी चाल से तेज.....*
*पर वक्त, और तकदीर से आगे, कभी निकल न सका....*
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*कभी उम्मीदें उधड़ जाएं, तो मेरे पास ले आना..*
*मैं हौसलों का दर्जी हूँ, मुफ़्त में रफ़ू कर दूंगा....*
इस दिल को किसी की आस रहती है,
निगाहों को किसी सूरत की प्यास रहती है,
तेरे बिना किसी चीज़ की कमी तो नही,
पर तेरे बेगैर जिन्दगी बड़ी उदास रहती है..
"लाल" आपके गालों के लिए....
"काला" आपके बालों के लिए...
"नीला" आपके आँखों के लिए...
"पीला" आपके हाथों के लिए...
"गुलाबी" आपके सपनों के लिए....
"सफेद" आपके मन के लिए....
"हरा" आपके जीवन के लिए....
"होली" के इन सात रंगों के साथ "जिंदगी" रंगीन हो....
सभी मित्रों को सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएँ
Kah Do ki pyar ke Liye fursat nahi mujhe
Ye bhi nhi ki tum ko mai Ilzam de sukun
Ye bhi nahi ki tum Se Shikayat Nahi Mujhe