हुस्न में नाज़ था नज़ाकत थी, इश्क़ में एहसास था शराफ़त थी।
वो ज़माने भी क्या ज़माने थे, जब प्यार करना इक इबादत थी..!!
आज का विचार
अगर इंसान की तरह बोलना ना आए तो जानवर की तरह मौन रहना सीख ले
क्योंकि इससे अब हमारी बहुत सारी समस्याओं को हल कर सकते हैं
🍅 मुझे तुम पसन्द हो इसलिए नही की तुम खूबसूरत हो ....🦋
इसलिए कि तुममें जो ठहराव है 🦋 वो मुझे सुकून देता है ....
तुम्हारा साथ होना या न होना मायने नही रखता ....
मायने रखता है तुम्हारा मुझसे बिना मिले ही मुझे महसूस कर लेना ....
तुम्हारी ख़ामोशी अक्सर गुफ्तगू करती है मुझसे ....
तुम्हारा मुझसे बात करना ही मेरे दिल का आलम बदल देता है ....
जरूरी तो नही न मेरा तुम्हें पा लेना ही मेरा इश्क़ मुक़्क़म्मल करे ....
शायद मेरे लिए तुम्हारा पाना जरूरी नही ....
तुम्हारा होना ही काफी है ....
देखो न ....
ये तुम्हारे ख़्याल भी कितने बदमाश से हैं ....
जब देखो तब मेरे ज़हन में चले आते हैं वो भी बिना दस्तक दिये ....
आहट तक नहीं होने देते ये अपने आने की ....
मेरी ज़िंदगी में तुम्हारे ये ख़्याल ऐसे घुल गए हैं जैसे में और तुम एक दूसरे में गुम होते हैं ....
दुनिया भर की ख़्वाहिशें एक तरफ़ और मेरा तुम हो जाना एक तरफ़ .🦋
Welcome to The Beautiful Shayari.
I'm Sagar Shayar - I'm a not a poet, I'm a not special person but my thinking, thoughts, expression are "Special". This blog is a place where I want to share all the things I love to you! Keep