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*छोटी सी मछली पानी के उल्टे बहाव में भी आगे निकल जाती है जबकि एक बड़ा हाथी तक उस बहाव मे बह जाता है... क्योंकि मछली पानी की शरण में है। ऐसे ही जो प्रभु की शरण में हैं, वे विपरीत परिस्थिति में भी संसार सागर से तर जाते हैं"...! जीवन में दो चीजों को कभी व्यर्थ न जाने दे..!!*
*अन्न के कण को...!!*
*"और"*
*आनंद के क्षण को*
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