काग़ज़ की कश्ती थी, पानी का किनारा था;
खेलने की मस्ती थी, ये दिल अवारा था;
कहाँ आ गए इस समझदारी के दलदल में;
वो नादान बचपन भी कितना प्यारा था...
----------------------------------
बालदिन की शुभकामनाएँ !!!👬👭👫
काग़ज़ की कश्ती थी, पानी का किनारा था;
खेलने की मस्ती थी, ये दिल अवारा था;
कहाँ आ गए इस समझदारी के दलदल में;
वो नादान बचपन भी कितना प्यारा था...
----------------------------------
बालदिन की शुभकामनाएँ !!!👬👭👫
*बंद हो गये नोट तो*
*मुझे क्या फ़िक्र,,,,,*
🌅
*मेरी जिंदगी की*
*कमाई तो आप सब हो..*
.....................................
*hamesha saath rehna dosto
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
एक दिया
उनके भी नाम का
रख लो पूजा की थाली में ,
जिनकी
सांसे थम गई हैं
भारत माँ की रखवाली में ।
🙏🏻🙏🏻जय हिन्द🙏🏻🙏🏻
Welcome to The Beautiful Shayari.
I'm Sagar Shayar - I'm a not a poet, I'm a not special person but my thinking, thoughts, expression are "Special". This blog is a place where I want to share all the things I love to you! Keep