जिंदगियां कैद होती गयी....
और शहर बनते गये...
जिंदगियां फ़नः होती गयी...
और गाँव उजड़ते गये...
दूरियाँ क्या कम हई...
रिश्ते सारे सिमटते गये...
और शहर बनते गये...
जिंदगियां फ़नः होती गयी...
और गाँव उजड़ते गये...
दूरियाँ क्या कम हई...
रिश्ते सारे सिमटते गये...
✍🏻: तुम दिल से हमें यों पुकारा ना करो,
यु तुम हमें इशारा ना करो,
दूर हैं तुमसे ये मजबूरी है हमारी,
तुम तन्हाइयों में यूं तडपया ना करो…!
====*====*====*=====*=====
✍🏻: *😒अब ना करूँगा अपने दर्द को बया किसी के सामने..*
*दर्द जब मुझको ही सहना है तो तमाशा क्यूँ करना…*😒
👉✍
====*====*====*=====*=====
✍🏻: एक सच्चा चाहने वाला आपसे हर तरह की बातें ‘शेयर’ करता है, मगर ‘धोखा’ देने वाला सिर्फ आपको अच्छी लगने वाली ही बातें करता है।
*😒अब ना करूँगा अपने दर्द को बया किसी के सामने..*
*दर्द जब मुझको ही सहना है तो तमाशा क्यूँ करना…*😒
👉✍
काश कोई हम पर भी इतना प्यार जताती,
पीछे से आकर वो हमारी आँखो को छुपाती,
हम पुछ्ते की कौन हो तुम..??
और वो हस कर खुदको हमारी जान बताती.
उदास हूँ पर तुझसे नाराज़ नहीं,
तेरे दिल में हूँ पर तेरे पास नहीं,
झूठ कहूँ तो सब कुछ है मेरे पास,
और सच कहूँ तो तेरे सिवा कुछ नहीं
तेरे दिल में हूँ पर तेरे पास नहीं,
झूठ कहूँ तो सब कुछ है मेरे पास,
और सच कहूँ तो तेरे सिवा कुछ नहीं