Collection Shayari

रूठ जाती हूँ

Saturday, October 29, 2016

जैसे ,अभी कोई
पूछ बैठेगा
क्यों उदास बैठी हो
कभी कभी
खुद ही खुद से
ऐसे भी
रूठ जाती हूँ
मैं !!!!!

Collection Shayari

Good Morning

Monday, October 24, 2016

धीरे धीरे पढिये पसंद आएगा...

👌मुसीबत में अगर मदद मांगो तो सोच कर मागना क्योंकि मुसीबत थोड़ी देर की होती है और एहसान जिंदगी भर का.....

👌कल एक इन्सान रोटी मांगकर ले गया और करोड़ों कि दुआयें दे गया, पता ही नहीँ चला की, गरीब वो था की मैं....

👌जिस घाव से खून नहीं निकलता, समझ लेना वो ज़ख्म किसी अपने ने ही दिया है..

👌बचपन भी कमाल का था खेलते खेलते चाहें छत पर सोयें या ज़मीन पर, आँख बिस्तर पर ही खुलती थी...

👌खोए हुए हम खुद हैं, और ढूंढते भगवान को हैं...

👌अहंकार दिखा के किसी रिश्ते को तोड़ने से अच्छा है कि माफ़ी मांगकर वो रिश्ता निभाया जाये....

👌जिन्दगी तेरी भी अजब परिभाषा है.. सँवर गई तो जन्नत, नहीं तो सिर्फ तमाशा है...

👌खुशीयाँ तकदीर में होनी चाहिये, तस्वीर मे तो हर कोई मुस्कुराता है...

👌ज़िंदगी भी वीडियो गेम सी हो गयी है एक लेवल क्रॉस करो तो अगला लेवल और मुश्किल आ जाता हैं.....

👌इतनी चाहत तो लाखों रुपये पाने की भी नही होती, जितनी बचपन की तस्वीर देखकर बचपन में जाने की होती है.......

👌हमेशा छोटी छोटी गलतियों से बचने की कोशिश किया करो, क्योंकि इन्सान पहाड़ो से नहीं पत्थरों से ठोकर खाता है..






*मनुष्य का अपना क्या है ?*
*जन्म :-*     दुसरो ने दिया
*नाम  :-*     दुसरो ने रखा
*शिक्षा :-*    दुसरो ने दी
*रोजगार :-* दुसरो ने दिया और
*शमशान :-* दुसरे ले जाएंगे
तो व्यर्थ में घमंड किस बात पर करते है लोग 👏

     *अगर भूल से भी कभी आपको*
           *गर्व हो जाये की मेरे बिना तो*
     *यहाँ काम चल ही नहीं सकता..*
           *तब आप अपने घर की दीवारों पर*
     *टंगी अपने पूर्वजों की तस्वीरों की*
           *तरफ देख लेना तथा सोचना की क्या*
     *उनके जाने से कोई काम रुका है...?*
           *जवाब आपको स्वतः ही मिल जायेगा* 
      *चौरासी लाख योनियों में,*
           *एक इंसान ही पैसा कमाता है।*
     *अन्य कोई जीव कभी भूखा नहीं मरा,*
           *और एक इंसान जिसका कभी पेट नहीं भरा !!*
Good morning

Collection Shayari

मुझे मालूम था

Friday, October 21, 2016

मुझे मालूम था
के लौट के अकेले ही आना है ,
फिर भी तेरे साथ
चार कदम चलना अच्छा लगा.......

Collection Shayari

तुम कहो ना कहो

Saturday, October 15, 2016

तुम कहो ना कहो मगर मुझे मालूम है


शाम के साथ ये यादें मेरी तरह तुम्हें भी सताती हैं   ✍🏿

Collection Shayari

Zindgai

Monday, October 03, 2016

एक हँसती हुई परेशानी, वाह क्या जिन्दगी हमारी है..
 

Collection Shayari

Koi Aya Tha

Sunday, October 02, 2016

हम मेहमान नहीं रौनक ए महफ़िल हैं.........
मुद्दत्तों याद रखोगे कि दिल में कोई आया था

Collection Shayari

Maa Baap

Tuesday, August 16, 2016

https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiHLTHUXCtWds3Tr83va-8CP4uuv7_JZf-jhpFEDPQShravGlQyrX30xclvBPXbv_ZP5KvPZM0F4nDhBBAA97NaiKXh2gsLlB-1WEJ2P_ZEWC66JQoJCibZ-JJGL6G4lvqvpoBlm3IVDkAR/s1600/553768_263632963724922_536830398_n.jpg

Maa Ke Guzarne ke Baad Hazrat Moosa A.S KOH-E-TUR Par Chadhe  Aur Thoda Phisal Gaye,
 
Tab Allah Ne Farmaya 
" Aay Moosa Ab Zara Sambhal Ke Chalo ,
Kyun ke Dua Maange Wale Haath Ab Nahi Rahe " 

 
MAA ki Dua ,
Mout Ke Siva Har Musibat Ko Taal Sakti Hai .
MAA 1 Anmol Dein Hai,
Kho Jaane Par Dubara Nahi Milti


Arzoo

Abhi Kya Kahen Abhi Kyaa Sune...

Wednesday, August 10, 2016

Full Entertainment Only On Beautiful Shayari
Full Fun, Beautiful Shayari Ke Sang

abhi kya kahen abhi kyaa sunen
k sar-e-faseel-e-skoot-e-jaan
kuf-e-roz-o-shab pe shrar numaa
wo jo harf zarf e charaagh tha
usse kis hawaa ne bujhaa dia
kabhi lab hilenge to poochna

sar-e-sahar-e-ehd-e-visaal-e-dil
wo jo nikahaton ka hujoom tha
use dast-e-moj-e-firaaq ne
tah-e-Khaak kab se milaa dia
kabhi gul khilenge to poochna

abhi kya kahen abhi kyaa sunen
yun hi Khwahishon k fishaar men
kabhi be-sabab kabhi be khalal
kahan kon kis se bichharh gya
kis kis ne kese ganwaa dia
kabhi phir milenge to poochnaa

Warm & Regards

iqbal sheikh Don't Blame People
For Disappointing You
Blame Yourself For
Expecting Too Much From Them..!!

Arzoo

Me Teri Chahato Me..

Wednesday, August 10, 2016





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