बीते जमाने के कुछ शायरी
Wednesday, April 29, 2020जिन लोगो ने अपनी औकात दिखा दी है ना,
हमने उनके लिए भी अपना फर्ज निभाया है।
++±++++++++++
मुझे जिंदगी जीनी थी,
पर कहा पता था कि,
इसके लिए पहले सांसे
रोकनी होगी।
++±++++++++++
इस कदर वो दुनिया के सामने अपना इश्क़ दिखाती है ,
चाय की एक चुस्की लेकर मुझे झूठी चाय पिलाती हैl
++±++++++++++
नन्हें बच्चों के सवालात से डर जाता हूँ,
जेब ख़ाली हो तो मैं देर से घर जाता हूँ!!
#Majburi
++±++++++++++
मेरे उलझे हुए वजूद में तुम
कितने सुलझे हुए से रहते हो ❤
++±++++++++++
अच्छा लगता है कि...तुम पढ़ते हो मुझे.....
जाहिर नहीं होने देते, ये अलग बात है.....💕
++±++++++++++
0 blogger-facebook