Kitab-E-Dil Ka Koi Bhi Waraq Saada Nahi Hota

Monday, June 24, 2013

Akhtar Khatri

Badnam Zamane main Mohabbat

Monday, June 24, 2013

Akhtar Khatri

Chal Chlte Hain Us Paar Sanam

Sunday, June 23, 2013

Arzoo

Chahat ki mehfil main bulaya hai kisi ne

Sunday, June 23, 2013

Collection Shayari

Seeney se Lipat Ja Mere Khwabon se nikal Kar

Sunday, June 23, 2013

Akhtar Khatri

जो चाहो दिल से "बिस्मिल" तुम

Saturday, June 22, 2013



न चाहूं मान दुनिया में, न चाहूं स्वर्ग को जाना ।
मुझे वर दे यही माता रहूं भारत पे दीवाना ।
करुं मैं कौम की सेवा पडे चाहे करोडों दुख ।
अगर फ़िर जन्म लूं आकर तो भारत में ही हो आना ।
लगा रहे प्रेम हिन्दी में, पढूं हिन्दी लिखूं हिन्दी ।
चलन हिन्दी चलूं, हिन्दी पहरना, ओढना खाना ।
भवन में रोशनी मेरे रहे हिन्दी चिरागों की ।
स्वदेशी ही रहे बाजा, बजाना, राग का गाना ।
लगें इस देश के ही अर्थ मेरे धर्म, विद्या, धन ।
करुं में प्राण तक अर्पण यही प्रण सत्य है ठाना ।
नहीं कुछ गैर-मुमकिन है जो चाहो दिल से "बिस्मिल" तुम
उठा लो देश हाथों पर न समझो अपना बेगाना ।।


Arzoo

Ture Love

Saturday, June 22, 2013

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